संस्कृति की सतरंगी छटा में निखरती सद्भाव की अयोध्या
अयोध्या ऐसी भूमि है, जहां सभी धर्मों के बहुरंगी फूल खिलते हैं। हिंदू, जैन, बौद्ध, सिक्ख सबके सब इसके आंगन में पलते हैं, पुसते हैं, बड़े होते हैं। ऐसी पवित्र भूमि है, जिसने सबको रिझाया। जैन धर्म में कुल २४ तीर्थंकर हुए। इनमें से पांच तीर्थंकरों ऋषभदेव, अजितनाथ, अभिनंदन...